तारीफ़ तेरे हुस्न की | Tarif Tere Husn ki

तारीफ़ तेरे हुस्न की ( Tarif Tere Husn ki ) तारीफ़ तेरे हुस्न की हर शाम करेंगेमहबूब तेरे इश्क़ में हम नाम करेंगे डरते न ज़माने से हुकूमत हो किसी कीइज़हार ए मुहब्बत भी सरे-आम करेंगे जो मोम था पत्थर हुआ दिलदार भी लेकिनखुद क़त्ल भी हों उसको न बदनाम करेंगे ऊँचा हो भले दाम … Continue reading तारीफ़ तेरे हुस्न की | Tarif Tere Husn ki