तेरे शहर की हवाएँ | Tere shahar ki hawayein kavita
तेरे शहर की हवाएँ ( Tere shahar ki hawayein ) तेरे शहर की हवा बड़ी सर्द थी उस पर तेरा ख़य्याल तेरे ख़य्याल से मेरा दिल बेताब सा पर कुछ मलाल तुझे सीने से लगाने का सबब उफ्फ तेरी गर्म साँसे क्या ख्वाहिशें थी कि उफ्फ रूह का खो गया होश … Continue reading तेरे शहर की हवाएँ | Tere shahar ki hawayein kavita
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