तेरी याद में जिया ही नहीं | Teri yaad mein | Ghazal

तेरी याद में जिया ही नहीं ( Teri yaad mein jiya hi nahin )   कैसे जीते हैं सब ? मैं तो तेरी याद में जिया ही नहीं सांसो की हर तार ने, सिवा तेरे नाम किसी का लिया ही नहीं   कपकपाती हाथों में थमा गया जाम महफिल में कोई छलक गया होंठो तक जाते … Continue reading तेरी याद में जिया ही नहीं | Teri yaad mein | Ghazal