ठंड का कहर ( Thand ka kahar ) देखो ठंड ढा रही है कहर सर्दी की। चीर रही तन को शीत-लहर सर्दी की।। कभी ऐसा बेरहम मौसम नहीं देखा। मार डालेगी ये शामो-सहर सर्दी की।। ठंड से बेहाल है शहर, कस्बे, गांव सब। बर्फ-बारी पहाङो पर है गदर सर्दी की।। कोहरे … Continue reading ठंड का कहर | Thand par Kavita
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