तुम क्यों नहीं आते | Tum Kyon Nahi Aate

तुम क्यों नहीं आते ( Tum Kyon Nahi Aate )    पलाश के फूल भी मौसम आने पर खिल जाते हैं धरती और अंबर भी एक वक्त पर मिल जाते हैं मगर हम तुम क्यों मिल नहीं पाते ? मन के फूल क्यों खिल नहीं पाते ? आओ देखो ! बाग़ों में महुआ महक रहा … Continue reading तुम क्यों नहीं आते | Tum Kyon Nahi Aate