उड़ान हौसलों की | Udaan Hauslon ki

उड़ान हौसलों की ( Udaan hauslon ki )   जरूरी नही की स्वयं पर उठे हर सवालों का जवाब दिया ही जाय जरूरी है की उठे सवालों पर गौर किया जाए.. प्रश्न तो हैं बुलबुलों की तरह हवा के मिलते ही बिलबिला उठते हैं सोचिए की आपका बैठना किस महफिल मे है… किसकी आंखों ने … Continue reading उड़ान हौसलों की | Udaan Hauslon ki