Judai Shayari | उम्र भर के लिए अजनबी हो गये
उम्र भर के लिए अजनबी हो गये ( Umar bhar ke liye ajnabi ho gaye ) उम्रभर के लिए अजनबी हो गये! हम जुदा जीवन भर ऐसे की हो गये मैं देखूँ चैन उसको नहीं मिलता है वो मेरे दिल के ही दिलकशी हो गये बजते है साज उल्फ़त के … Continue reading Judai Shayari | उम्र भर के लिए अजनबी हो गये
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