उम्मीद मेरी ( Ummeed meri ) मफऊल मुफाईल मुफाईल फऊलुन उम्मीद मेरी आज इसी ज़िद पे अड़ी है हर बार तेरे दर पे मुझे लेके खड़ी है मिलने का किया वादा है महबूब ने कल का यह रात हरिक रात से लगती है बड़ी है मैं कैसे मिलूँ तुझसे बता अहले-ज़माना पैरों में मेरे … Continue reading उम्मीद मेरी | Ummeed Meri
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