वक्त का दौर | Waqt ka Daur

वक्त का दौर ( waqt ka daur )    समझौता जरूरी है जिंदगी में अगर वह सामान, संबंध या साथ का हो बहुत कठिन होता है देख पाना अपने स्वाभिमान को ही तिल तिल मरते हुए स्वाभिमान ही अपनी कमाई है वहीं अगर हो जाए मजबूर किसी के हाथों तो बंधक जमीर नहीं आदमी स्वयं … Continue reading वक्त का दौर | Waqt ka Daur