वतन पर कविता | Poem on homeland in Hindi

हँसता हुआ प्यारा ये वतन देख रहा हूँ ( Hansta hua pyara ye watan dekh raha hoon )     हँसता हुआ प्यारा ये वतन देख रहा हूँ ! खुशबू से मुअत्तर ये चमन देख रहा हूँ !!   इस बागवाँ ने ऐसा कुछ कमाल किया है हर दश्त में मैं खिलते सुमन देख रहा … Continue reading वतन पर कविता | Poem on homeland in Hindi