वो चाँद के जैसा मुखड़ा पसंद है | Chand ke jaisa mukhda

वो चाँद के जैसा मुखड़ा पसंद है ! ( Wo chand ke jaisa mukhda pasand hai )     वो चाँद के जैसा  मुखड़ा पसंद है! उसको  बना लूं मैं अपना  पसंद है   मैं चाहता हूं बातें बस  रहूं सुनता की यारों बोलना उसका पसंद है   कैसे देखूं किसी मैं और को ही … Continue reading वो चाँद के जैसा मुखड़ा पसंद है | Chand ke jaisa mukhda