याद रहेगा | Kavita Yaad Rahega
याद रहेगा ( Yaad Rahega ) गुजर जायेगा ये वक्त मगर,याद रहेगा। कहर ढाहती वबा का असर,याद रहेगा। आलम ये बेबसी का, यह मौत का मंजर, सितम गर बना है सारा शहर,याद रहेगा। अपना है दोष या के,साहब की ग़लतियां। संसार को सब कोर कसर,याद रहेगा। लुका-छिपी का मौत से है खेल तभी तक, … Continue reading याद रहेगा | Kavita Yaad Rahega
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