आज सुबह आइने मे जब मै खुद को निहार रहा था अचानक चौक पड़ा.. देखा की बालो में सफेदी कुछ बढ़ सी गयी है.. ओह ये क्या..? यमराज ने पत्र भेजने शुरू कर दिए है। यमराज का स्मरण मात्र ही रूह को कँपा देने वाला होता है.. मौत के देवता से भला कौन प्यार करता … Continue reading यमराज के पत्र शुरू हो गए है
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