ये कैसी आज़ादी | Ye kaisi azadi | Kavita

 ये कैसी आज़ादी  ( Ye kaisi azadi )   जब किसी घर में चुल्हा न जले और परिवार भूखा ही सो जाए…..   जब किसी गांव में गरीब लोगों को भीख मांग कर पेट भरना पड़े……..   जब किसी शहर में फुटपाथों पर बेसहारों को भूखो रहना पड़े और सिर ढकने के लिए जगह भी … Continue reading ये कैसी आज़ादी | Ye kaisi azadi | Kavita