योगेश की कविताएं | Yogesh Hindi Poetry

लालबहादुर शास्त्री 2 अक्टूबर 1904, मुगलसराय में आई बहार,रामदुलारी का राजदुलारा,चमका बनकर अलग ही सितारा,कर्मठ, विनम्र,सरल,परिश्रमी,शांत भावी,शिक्षा में निपुण थे अनुभवी,चार भाइयों में सबसे छोटे,जीवन में उतार चढ़ाव थे इनके मोटे,अठारह अठारह का था इनका ना जाने कैसा आंकड़ा,मृत्यु के अठारह महीने तक प्रधानमंत्री का कार्यभार,उससे पहले जन्म के अठारह महीनों में पिता का साया … Continue reading योगेश की कविताएं | Yogesh Hindi Poetry