ज़िन्दगी का भी अजब यह रंग है

ज़िन्दगी का भी अजब यह रंग है ज़िन्दगी का भी अजब यह रंग है ।पास जो जिसके उसी से तंग है ।।१ मैं नहीं कहता हँसी है ज़िन्दगी ।बस अलग जीने का सबका ढ़ंग है ।।२ कर्म को जो दे रहा अंजाम सुन ।वह कहेगा ज़िन्दगी इक जंग है ।।३ जो नही है मानता अब … Continue reading ज़िन्दगी का भी अजब यह रंग है