ज़िन्दगी पर एक नज़्म | Zindagi Par ek Nazm

जिंदगी पर एक नज़्म ( Zindagi par ek nazm )  नज़्म हँसती आँखों से दर्द बयाँ करने का नाम है जिन्दगी, जहर-अमृत समझकर पीने का नाम है जिन्दगी। नफरत की पगडंडी का कोई अंत ही नहीं, मोहब्बत की डगर चलने का नाम है जिन्दगी। हाथ नहीं रुकते थे तब नेक कामों से, अब पैसे पे … Continue reading ज़िन्दगी पर एक नज़्म | Zindagi Par ek Nazm