Romantic Ghazal | Love Ghazal -ज़ुल्फें उनकी काले बादल

ज़ुल्फें उनकी काले बादल ( Zulfen Unki Kaali Badal )   ज़ुल्फें  उनकी  काले    बादल। चाँद भी मुख के आगे सायल।।   मीन -सी चंचल उनकी आँखें। हिरनी  जैसी  बजती  पायल।।   अधरों   की   मुस्कान  न  पूछो। कोमल दिल को कर दे घायल।।   फूलों  से  भी  नाजुक लगते। गुलशन भी हो जाए कायल।। … Continue reading Romantic Ghazal | Love Ghazal -ज़ुल्फें उनकी काले बादल