ਕਿਤਾਬੀ ਮੋਹ

ਡਾ. ਜਸਪ੍ਰੀਤ ਕੌਰ ਫ਼ਲਕ ਜੇ ਕਿਤਾਬਾਂ ਸੰਗ ਦੋਸਤੀ ਨਾ ਹੁੰਦੀ ਹਰਫ਼ਾਂ ਸੰਗ ਪਿਆਰ ਨਾ ਹੁੰਦਾ ਤਾਂ ਮੈਂ ਵੀ ਘਰ ਦੀ ਚਾਰ-ਦੀਵਾਰੀ ਅੰਦਰ ਭੁਰਪੁਰੇ ਲਿਉੜ ਲੱਥੇ ਰਿਸ਼ਤਿਆਂ ਦੀਆਂ ਕੰਧਾ ਨੂੰ ਲਿੱਪਦੇ-ਪੋਚਦੇ ਖਪ...

तेरे चरणों में आया हनुमान

तेरे चरणों में आया हनुमान   तेरे चरणों में आया हनुमान, मेरी तू बिगड़ी बना दे। (2) चीर के सीना तुम्हें कैसे दिखाऊँ, टूटी है कश्ती बता कैसे आऊँ। कर...

गिनती की सांसे | Poem Ginti ki Saanse

गिनती की सांसे ( Ginti ki Saanse )   फूटल कौड़ी साथ में केहू न लेके जाई, लूटा मत दुनिया के सुना मेरे भाई। पाप और पुण्य कै...

किताबें | Kavita Kitaben

किताबें ( Kitaben )   ज्ञान का अनमोल भंडार किताबें। सदियों से सुरक्षित रखी गई किताबें। वेद, पुराण, उपनिषद, प्राचीनतम ग्रंथ हमारे। हमारी धर्म संस्कृति के वाहक। किताबों ने हम...

संकटमोचन हनुमान | Kavita Sankatmochan Hanuman

संकटमोचन हनुमान ( Sankatmochan Hanuman )   हे संकट मोचन हनुमान, तुम्हरे बिन संकट कौन हरे? तुम्हारे सिवा कोई नहीं हमारा। तू ही आकर दे दे सहारा। स्वीकार करो वंदन...

हनुमान जन्मोत्सव | Kavita Hanuman Janmotsav

हनुमान जन्मोत्सव ( Hanuman Janmotsav ) तुम ज्ञान- गुण - सागर हो श्रीराम की रक्षा के लिये जीवन का सर्वस्व मिटाकर तुमने युध्द में अपने कौशल्य से लंका -...

कलियुग का दोहा | Kalyug ka Doha

कलियुग का दोहा ( Kalyug ka Doha )   फूल रोपिए शूल पाईए झूठ बोलिए सुख रहिए जान लीजिए माल पाइए भला कीजिए बुरा झेलिये पानी मिलायिये रबड़ी खाइये फ़रेब कीजिए कुबेर अरजिए आंचल फैलायिये अस्मिता गंवायिये ठगते रहिए दनदनाते रहिए महल...

हनुमान जयंती | Kavita Hanuman Jayanti

हनुमान जयंती ( Hanuman Jayanti )   बल बुद्धि विद्या वृष्टि, हनुमंत साधना भक्ति सेकलयुग साक्षात देव अनुपमा, भक्तजन सर्व दुःख कष्ट हर्ता । अनंत सद्य मंगल फलदायक, कर्म...

ये कैसा रामराज्य है | Kavita Ye Kaisa Ram Rajya hai

ये कैसा रामराज्य है  ( Ye Kaisa Ram Rajya hai )   आम आदमी कंगाल हुआ है, नेता सारे मालामाल हुए हैं, किसान और मजदूर देश के, देखो कैसे बदहाल...

.रौद्र रस | Raudra Ras Kavita

.रौद्र रस  ( Raudra Ras )   मन करता है कभी, ज़ुबां के ताले अब खोल दूँ, है दुनिया कितनी मतलबी जाके उनको बोल दूँ, उतार फेंकूँ उनके चेहरे...