.हैसियत | Haisiyat
.हैसियत
( Haisiyat )
शौक नही महफिलों को
सजाने का मुझे
घर की दीवारें भी खड़ी रहें
यही बहुत है मेरे लिए
देखी होगी तुमने ऊंचाई से जमीन
हमने तो जमीन...
गणपति की जय जयकार | Ganpati ki Jai Jaikar
गणपति की जय जयकार
( Ganpati ki jai jaikar )
एक दो तीन चार, गणपति की जय जयकार।
करते सबका बेड़ा पार, विघ्न हरे भरे भंडार।
गणपति की...
सोने सी मुस्कान | Sone si Muskaan
सोने सी मुस्कान
( Sone si muskaan )
सूरज सबको बाँट रहा है सोने सी मुस्कान
कौन है जिसने बंद किये हैं सारे रोशनदान
हमने गीत सदा गाये...
ख्वाब की ताबीर हो तुम | इक नज़्म
ख्वाब की ताबीर हो तुम
( Khwab ki tabeer ho tum )
खुदा की लिखी कोई तहरीर तुम हो
या किसी भूले ख्वाब की ताबीर हो तुम
तस्सव्वुर...
ग़ज़ल खंडहर | Khandhar
खंडहर
(Khandhar )
वक्त के साथ मशीनों के पुर्जे घिस जाते है
जाने कितने एहसासों में इंसान पिस जाते है।
ज़िन्दगी का शिकार कुछ होते है इस कदर
उबर...
पिकनिक | Picnic Laghu Katha
रोज की तरह सुबह उठकर स्कूल जाने के बदले मैं गहरी नींद में सोया था। उठकर भी क्या करता आज तो सभी बच्चे पिकनिक...
हमसफ़र | Laghu Katha Humsafar
अक्सर हम यही सोचते रहते है कि यार हमसफ़र ऐसा होना चाहिए, वैसा होना चाहिए।लेकिन कभी ये नहीं सोचते कि जो हमारे लिए हम...
पर्यटन | Paryatan
पर्यटन!
( Paryatan )
नई दुनिया की सैर कराता है पर्यटन,
दिल पे लदे बोझ को हटाता है पर्यटन।
प्रकृति साैंप देती है वह अपना रंग-रूप,
सैर-सपाटे से हाथ...
श्री हरि के अनन्त स्वरुप | Shree Hari ke Anant Swaroop
श्री हरि के अनन्त स्वरुप
( Shree hari ke anant swaroop )
भाद्रपद शुक्ला-पक्ष की चतुर्दशी को करतें है व्रत,
जिसके न आदि का पता न अंत...
मन का लड्डू | Man ka Laddu
मन का लड्डू
( Man ka Laddu )
जाने कितने स्वप्न संजोए,
मन का ताना बाना बुन।
मन में लड्डू फूट रहे थे,
जीवन में खुशियों को चुन।
मन में...