परिवर्तन | Laghu Katha Parivartan

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“हँस हरिया हंँस कि तेरे घर में तेरी बहू आई है, अब तेरा भाग्य बदल जाएगा। जितना दुख झेला है, दुबारा नहीं झेलेगा।” गांँव के ठाकुर ने हरिया को सांत्वना देते हुए कहा और उन्हें तो अंतस् में इस बात की खुशी थी कि गाँव में एक कामगारिन तो बढ़ी। “तो आपको खुशी किस बात…