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सोच की नग्नता | Soch ki Nagnata

सोच की नग्नता ( Soch ki Nagnata )   भरी गागर में और जल भरता नहीं बदल गई हो दिशा जिसकी वो तना सीधे खड़ा रहता नहीं लाख चाहकर...

तेरा शेष बचे | Tera Shesh Bache

तेरा शेष बचे ( Tera Shesh Bache )   मेरा सभी नष्ट हो जाये, तेरा शेष बचे। महाशून्य के महानिलय में, तेरी धूम मचे। तब कोई व्यवधान न होगा। मान और...

काली मिर्च | Kavita Kali Mirch

काली मिर्च  ( Kali Mirch )    काली है वह रूप से लेकिन है बहुत गुणकारी, प्रकृति की जो देन है पीड़ा हर लेती वो भारी। हर घर में...

होली आई रे | Holi Aayi re

होली आई रे  ( Holi Aayi re )   होली आई रे आई होली आई रे संग संग खेलें राधा और कन्हाई रे होली आई रे होली आई रे होली...

पहली दफ़ा | Pehli Dafa

पहली दफ़ा ( Pehli Dafa )   जबसे तुम्हें देखा है जीने की हसरत हुई है, पहली दफ़ा ख़ुद से हमको मोहब्बत हुई है, सुन ज़रा तू ऐ...

व्याकुलता | Vyakulta

व्याकुलता ( Vyakulta )   खोज लेती है धारा प्रवाह अपना आपसे सलाह लेती नहीं निगाहों में जिनके बसता हो सागर वो नदी नालों में कभी रुकते नहीं आदि से...

खाटू वाला श्याम हमारा | Khatu Shayam

खाटू वाला श्याम हमारा ( Khatu Wala Shayam Hamara )   हारे का सहारा,खाटू वाला श्याम हमारा शेखावाटी उत्संग खाटू नगरी, जन आस्था परम धाम । धर्म कर्म पावनता...

आदमी बड़ा चाटुकार है | Aadmi Bada Chatukar

आदमी बड़ा चाटुकार है! ( Aadmi Bada Chatukar Hai )आदमी बड़ा चाटुकार है- स्वार्थ देखा नहीं; कि, झटपट चाटने लगता है। ऐसी-ऐसी चाटुकारी... आदमी-आदमी लेकर बैठा है; कि, वक्त...

मैं और मेरी तनहाई | Main aur Meri Tanhai

मैं और मेरी तनहाई ( Main aur Meri Tanhai )   मिलने को तो मिला बहुत, पर मनचाहा न मिला। निद्रालस नयनों को सपनों ने है बहुत छला। बनते मिटते...

कैसे उड़े अबीर | Ude Abir

कैसे उड़े अबीर ( Kaise Ude Abir )   फागुन बैठा देखता, खाली है चौपाल । उतरे-उतरे रंग है, फीके सभी गुलाल ।। ●●● सजनी तेरे सँग रचूँ, ऐसा...