गर्भस्थ शिशु संरक्षण पर एक कवि सम्मेलन के माध्यम से कार्यक्रम
गर्भस्थ शिशु संरक्षण समिति नवलगढ़ इकाई द्वारा मोर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नवलगढ़ में आज
24 सितम्बर2022 को एक विशाल कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ । कार्यक्रम ठीक समय 8बजे सुबह से शुरू किया गया ।
मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता अनिल जी अजाड़ीवाल थे । स्थानीय इकाई उपाध्यक्ष ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की अपने उद्द्बोधन में गर्भस्थ शिशु को हर स्तर पर संरक्षण की जरूरत है बेटीयां इस महान संस्कृति को संजोए हुए है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटी योग्य और सक्षम बनाया जाये ।
बेटी बचाने और गर्भस्थ शिशु के जीवन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है । गर्भस्थ शिशु के साथ छेड़छाड़ करना एक जीव की हत्या है यह बात सामने रखी । डाक्टर द्वारा लिंग परीक्षण मामले में भ्रुणहत्या की जाती है जो सरासर ग़लत है। शिक्षित समाज में बेटियों को इसमें बढ़ चढ़कर विरोध करना चाहिए शिक्षित बालिकाओं को महिलाओं में जानकारी साझा कर जागरूक करना चाहिए।
इस दौर में शिक्षित बालिकाओं पर यह जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है उन्हें अपना कर्तव्य निभाना होगा । साथ में रहें इकाई सचिव रमाकांत सोनी सुदर्शन ने अपनी भ्रुणहत्या और बेटी बचाओ पर अपनी भ्रुणहत्या पर चिरपरिचित अंदाज में एक कालजयि कविता के माध्यम से सन्देश दिया । और श्रीकान्त पारीक “श्रीराजस्थानी” नवलगढ़ इकाई उपाध्यक्ष ने भी अपने उद्द्बोधन में कविता *अरे दया कर असमय मत कर डाली की गोदी खाली ओ निर्दय निर्मम माली के माध्यम से गर्भस्थ शिशु के संरक्षण पर जोर दिया ।
नवलगढ़ मोर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्या अपने उद्द्बोधन में गर्भस्थ शिशु को बचाने में बालिकाओं और महिलाओं की बहुत अहम भूमिका है उन्हें अपना कर्तव्य निभाना होगा ।
सम्मेलन में कवि श्री सुरेश जांगिड़ पड़ौसन ने अभिशाप दिया बेटे कुंवारे रहेंगे, डा कैलाश शर्मा गोविंद ने साहित्य के माध्यम से गर्भस्थ शिशु को बचाने का सन्देश कविता के माध्यम से दिया । कार्यक्रम में मुरली मनोहर चोबदार का मलेशिया विदेश यात्रा सामाजिक कार्यों के लिए करने पर सम्मान भी किया गया।
कार्यक्रम में श्रीमती सोमवती व्याख्याता, श्रीमती कमलेश व्याख्याता श्रीमती सुधा व.अ., सीमा मात्रा व.अ. , अल्पना व.अ.प्रर्मिला वह.अ. श्रीमती सुमन वह.शा.शि.सुविता ढाका अ., श्रीमती मन्जू बलौदा अ.श्रीमति शारदा अ. श्रीमती छोटी अ. श्रीमती मुन्नी शर्मा अ. श्रीमती सुमन देवी अ. श्री राधेश्याम कार्यलय सहायक श्री पंकज क.लि. श्री रामनिवास चतुर्थ श्रेणी समस्त स्टाफ एवं विधालय की समस्त बालिकाओं की उपस्थिति रही ।
मुरली मनोहर चोबदार ने अपने उद्द्बोधन में गर्भस्थ शिशु को संरक्षण प्रदान करने के लिए महिलाएं ही प्रेरणापुंज होती है । करीब दो घंटे समस्त बालिकाओं की उपस्थिति में बेहतरीन कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
अन्त में संस्था के स्टाफ ने सभी आगंतुकों का आभार एवं धन्यवाद दिया।
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