करो जन गण मन का गान
करो जन गण मन का गान देश हमारा शरीर है तिरंगा मेरी जान बुरा लब्ज जो बोलेगा हर लूंगा उनका प्राण करो जन गन मन का गान । मेरी सहिष्णुता को समझते आया है निर्बल काया , अब तक तो हम सबको था भाईचारे का माया उनको भी न देना है अब थोड़ा-सा सम्मान करो…