देवनागरी | Kavita Hindi Bhasha Par
देवनागरी ( Devanagari ) करत कलोल बोल कोयल सी अनमोल, ढोल बावन ढंग की बजावति देवनागरी। खड्ग उठाइ शव्द भानु के जगाई तब, सबही केज्ञान सिखावति देवनागरी।। गगन जनन मन अति हरषत जब , अवनि के स्वर्ग बनावति देवनागरी। घनन घनन घन दुंदुभी बजावन लागे, शेष हिंदी बूंद…