पैरों की पायल | Kavita Pairon ki Payal
पैरों की पायल ( Pairon ki Payal ) तेरे पैरों की पायल मुझे, दिन रात सताती है ! घुँघरू की लगा ठुमका, फिर मुझे बुलाती है !! सुनने पर बढ़ती बेचैनी, बिन सुने चैन नहीं आती ! प्रतिपल बढ़ती बेचैनी, चैन नहीं दे पाती !! रातों की निंद मेरी, लेकर उड़ जाती है ! चाहत…

