मां पर प्यारी सी कविता
मां पर प्यारी सी कविता ऐ टूटते हुए तारे दुआ कबूल तो करो मेरी मेरी माँ को मेरे सामने सलामत सदा रखना|| हँसते मुस्कुराते चेहरे आँखों की नमी देखी है परदेश में सब कुछ है माँ बस तेरी कमी देखी हैं|| उजाले को गुमान था अपनी कलाकारी पर माँ के आँखे खोलते ही वह…