मृत्यु

मृत्यु | Kavita Mirtyu

मृत्यु ( Mrtyu ) चाँदनी तारों भरी रात में किसी देवदूत ने छू लिया ज्यूं कोई सितारा आसमां से गोते लगाकर किसी ने ज्यूं उसे हरी धरती की गोद में उतारा कोई विशाल पक्षी ज्यूं ड़़रा रहा हो हवा के रुख को कुछ बादल के टुकड़े ज्यूं छिपा दें सूरज कुछ पल को नजरअंदाज कर…