संजय जैन की कविताएं | Sanjay Jain Poetry
बचपन की यादें बचपन की यादों को,मैं भूला सकती नहीं।मां के आँचल की यादे,कभी भूल सकती नहीं।दादा दादी और नाना नानी,का लाड़ प्यार हमें याद है।वो चाची की चुगली,चाचा से करना।भाभी की शिकायतभैया से करना।बदले में पैसे पाना,आज भी याद है।और उस पैसे से,चाट खाना भी याद है।भाई बहिनों का प्यार,और लड़ना भी याद है।भैया…