हिन्दी साहित्य में स्त्री-लेखिकाओं की स्थिति व उपस्थिति
भारत में स्त्रियाॅं प्राचीन काल से लेकर साहित्य के जरिए अपनी अस्मिता को ढूॅंढने का प्रयास करती रही हैं। यह बात और है कि साहित्य के इतिहास में उनकी उपस्थिति न के बराबर मानी गई है। अन्य साहित्य की भाॅंति स्त्री-साहित्य का जन्म कविता से हुआ है। सन् 1388 से 1545 तक के युग को…