आरंभ ही अंत है | Aarambh hi Ant Hai
आरंभ ही अंत है ( Aarambh hi ant hai ) मत सोच ये कि तूने क्या किया है, जो पाया उसमें भी कुछ खोया है, हर हार में भी तेरी जीत है, कितना भी सुलझा ले खुद को तू, तुझे नीचा दिखाना यही दुनियां की रीत है, तू गिरकर संभलने के भरसक प्रयास कर,…