बहादुर चिड़िया | Bacchon ki kavita
बहादुर चिड़िया ( Bahadur chidiya ) एक बार लगी जंगल मे आग, भाग गये पशु-पक्षी और बाघ। बैठी थी अकेंली चिड़िया उस पेड़, छोड़कर नही जा रहीं थी वह पेड़।। चिल्ला रहा था आग-आग बंदर, बोला छोड़कर चलो अब जंगल। बोली चिड़िया नही चलूंगी में आज, में तो रहूंगी यही इस पेड़…