बादल | Badal par kavita
बादल ( Badal ) खतरे के बादल मंडराये कहर कोरोना लेकर आये सारी दुनिया कांप उठी सांसो की हम डोर बचाए उमड़ घुमड़ नभ मे छा जाते काले काले मेघ आते खुशियों की बारिश लाते ताल तलैया भर जाते गड़ गड़ करते व्योंम में कड़कड़ बिजली दमकती मूसलाधार बरसते रिमझिम रिमझिम…