हे! भारत के इंसान जगो, मैं तुम्हे जगाने आया हूं | Kavita
*हे! भारत के इंसान जगो, मैं तुम्हे जगाने आया हूं।” ( He! Bharat ke insan jago, main tumhe jagane aya hoon ) हे! भारत के इन्सान जगो ,मैं तुम्हें जगाने आया हूं। भारत मां का बेटा हूं, देवों ने यहां पठाया हूं।। परशुराम का फरसा जागे श्रीराम, के वाण यहां। चक्र सुदर्शन श्रीकृष्ण…