Corona Kaal par Kavita

वो कोरोना काल के दिन | Corona Kaal par Kavita

वो कोरोना काल के दिन ( Wo corona kaal ke din )    जब से आया कोरोना है आँसू बहा रहा हूँ, आफत गले पड़ी है उसको निभा रहा हूँ। अब हो गया लाॅकडाउन घर में रह रहा हूँ, आफत गले पड़ी है उसको निभा रहा हूँ।। सुबह के पाॅंच बजें है में चाय बना…