गंगा जमुनी संस्कृति | Ganga Jamuni Sanskriti
गंगा – जमुनी संस्कृति! ( Ganga jamuni sanskriti ) लहू न जम जाए, मिलना चाहता हूँ, बुलंदियों से नीचे उतरना चाहता हूँ। घुट रही है दम आजकल के माहौल से, बिना जंग विश्व देखना चाहता हूँ। रावणों की आज भी कोई कमी नहीं, इस तरह की लंका जलाना चाहता हूँ। भले न जला सको…