कलम ही हथियार है | Geet Kalam hi Hatiyar Hai
कलम ही हथियार है ( Kalam hi Hatiyar Hai ) कल्पनाओं का सागर है, शब्दों का भंडार है। सृजन ही शक्ति हमारी, कलम ही हथियार है। कलम ही हथियार है आंधी तूफानों से टकराती, लेखनी की धार है। चेतना का दीपक जलाता, सदा कलमकार है। ओज की हुंकार भरे, बरसे प्रीत की फुहार है। गीत…