नये दिनमान भाग्य हमारे | Geet Naye Dinman Bhagya Hamare
नये दिनमान भाग्य हमारे ( Naye dinman bhagya hamare ) किस्मत के तारे दमके, खुल गये भाग्य के द्वार। बदल रहे दिनमान हमारे, स्वागत करते बारंबार। स्वागत करते बारंबार खुल रहे तकदीर के ताले, खुशियों की चली बयार। जीवन में उमंगे आई, खिला गुलशन हुआ गुलजार। खिल जाए फूलों की राहें, बरसे प्रेम सुधा…