बीज नियत करता है | Ghazal
बीज नियत करता है ( Beej niyat karta hai ) बीज नियत करता है जैसे, वृक्ष स्वभावऔर विस्तार! विगत कर्म निश्चय करते हैं वर्तमान जीवन आधार ! जिसका गत में सत्कर्मों का,अपना लेखा उचित रहा वह पा लेता अनायास ही,सुख सुविधाओं के आगार ! उसे जन्म से ही मिल जाते,सुख यश…