इक तेरे सिवा कोई नहीं | Ghazal ek tere siva koi nahin
इक तेरे सिवा कोई नहीं ( Ek tere siva koi nahin ) ये हवाएँ जाने किसके साथ आई है आज गुल-ए-गुलशन में बहार छाई है कोई गीत नहीं संगीत नहीं ना साज है ऐ सनम इक तेरे सिवा यहां कोई नही है हमने दुनिया की हर शय…