Hindi kavita romantic

इक तेरे सिवा कोई नहीं | Ghazal ek tere siva koi nahin

इक तेरे सिवा कोई नहीं ( Ek tere siva koi nahin )   ये हवाएँ जाने किसके साथ आई है        आज गुल-ए-गुलशन में बहार छाई है  कोई गीत नहीं संगीत नहीं ना साज है        ऐ सनम इक तेरे सिवा यहां कोई नही है     हमने दुनिया  की  हर शय…