Hindi poem on Baba Saheb Ambedkar

बाबा साहब आंबेडकर | Hindi poem on Baba Saheb Ambedkar

बाबा साहब आंबेडकर ! ( Baba Saheb Ambedkar )      सोये हुए दलितों को  बाबा साहब ने जगाया है, हर  झोंपड़ी  में  एक  नई  रोशनी  जलाया  है। किया  संघर्ष  निजी  जीवन  में  सभी के  लिए, हर गिरे हुए लोगों को अपनी गोंद में उठाया है।    क्या-क्या नहीं सहा बाबा साहब आंबेडकर ने, मुरझाये…