हुंकार | Hunkar kavita
हुंकार ( Hunkar ) मातृभूमि से ब ढ़कर कोई, बात नही होती हैं। हम हिन्दू हैं हिन्दू की कोई, जाति नही होती हैं। संगम तट पर ढूंढ के देखो, छठ पूजा के घाटों पे, हर हिन्दू में राम मिलेगे,चाहे चौखट या चौबारो पे। गंगा गाय राम तुलसी बिन, बात नही होती है।…