ईश वन्दना | Ish Vandana
ईश वन्दना ( Ish Vandana ) कमल पुष्प अर्पित करना, शिव शम्भू तेरे साथ रहे। इस त्रिभुवन के अरिहंता का,सम्मान हृदय में बना रहे। आँखों के मध्य पुतलियों में, भगवान हमेशा बने रहे, हो दशों दिशा मे नाम सदा, जयकार हमेशा बना रहे। विघ्नहरण गणपति की स्तुति, जो है तारणहार। सदा भवानी दाहिने…