जगरगुंडा कुण्डेर बेदरे | Jagargunda par Kavita
जगरगुंडा कुण्डेर बेदरे ( Jagragunda Kunder Bedre ) अच्छे-अच्छो के छूट जाते है केवल नाम से पसीने, नक्सलियों का गढ़ है ये जगरगुंडा कुण्डेर व बेदरे। घना यह जंगल एवं जंगली जानवर चीते शेर पेंथरे, हर कदम ख़तरा रहता है नक्सली रचते नये पेतरे।। न सड़क है न बिजली ना स्कूल नेटवर्क अस्पताल, रेंगते…