कईसन बाड़ऽ तुऽ | Kaisan baral tu
कईसन बाड़ऽ तुऽ ( Kaisan baral tu ) अपन घर छोड़ि के दूसरे के घर ताड़अ ताड़ऽ। कईसन बाड़ऽ तुऽ केहू के बात न मानऽ ताड़ऽ, लईका बह गईल, लईकनि बह गईलऽ खेत, मेड़ खलिहान दह गईल। तबहुं न सम्भल ताड़ऽ, कईसन बाड़ऽ तुऽ केहू के बात न मानऽ ताड़ऽ। मोंछि पर तॉव देऽ,…