अंधकार पीनेवाले | Kavita andhakar peene wale
अंधकार पीनेवाले! ( Andhakar peene wale ) किसी के जख्मों पर कोई नमक छिड़कता है, तो यहाँ मरहम लगाने वाले भी हैं। कोई हवा को रोने के लिए करता है विवश, तो फिजा को हँसानेवाले भी हैं। मत बहा बेकार में तू इन आंसुओं को, मौत का भी इलाज करनेवाले हैं। जिन्दगी में उतार-चढ़ाव…