मन का विश्वास | Kavita man ka vishwas
मन का विश्वास ( Man ka vishwas ) बवाल बड़ा होता बोले तो हंगामा खडा हो जाता सहता रहा दर्द ए दिल को कब वक्त बदल जाता वो मुश्किलें आंधियां रोकना चाहे मेरे होसलो को अल मस्त रहा मै सदा खुद को बुलंदियों पे पाता अड़चनो को रास ना आया राहों पे…