मस्ती | Masti
मस्ती ( Masti ) रहा नहीं वह दौर अब कि आकार पूछेंगे कुछ आपसे आप बैठे रहे यूं ही हो गए हैं वह घोड़े रेस के सलाह लेने की आदत नहीं देने के फितरत है उनकी पढ़ी होंगी आप किताबें वो माहिर हैं डिजिटल के सिमट रही खबर आपकी अखबार के पन्नों में हो…
मस्ती ( Masti ) रहा नहीं वह दौर अब कि आकार पूछेंगे कुछ आपसे आप बैठे रहे यूं ही हो गए हैं वह घोड़े रेस के सलाह लेने की आदत नहीं देने के फितरत है उनकी पढ़ी होंगी आप किताबें वो माहिर हैं डिजिटल के सिमट रही खबर आपकी अखबार के पन्नों में हो…