मुझे आज भी याद है | Prem ras kavita
मुझे आज भी याद है ( Mujhe aaj bhi yaad hai ) मुझे आज भी याद है वो कमरा जहाँ…….. आखिरी बार मिले थे हम आज भी गवाह है, वो बिस्तर की चादर वो कम्बल……. जिसमें लिपटे थे हम एक दूसरे की बाहों में। मुझे आज भी याद है वो कमरा जहां………..