वाहवाही लूटने लगे | Kavita vaahavaahi lootane lage
वाहवाही लूटने लगे ( Vaahavaahi lootane lage ) छा गए बड़े मंच पर लेकर शब्दों के माया जाल। हथकंडों से शोहरत पा छवि बनाई बड़ी कमाल। वाकपटुता के माहिर हो वाह वाही लूटने लगे। प्रसिद्धि के चक्कर में तार दिलों के टूटने लगे। अपार जनसमूह सारा चलती हास्य की फुहार। व्यंग्य बाण…